SARASWATI SISHU MANDIR, KHENTALO
अंतिम अपडेट: 11 अक्टूबर 2024सरस्वती शिशु मंदिर, खेंतालो: शिक्षा का एक प्रेरणादायी केंद्र
ओडिशा के खेंतालो में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर, शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह एक निजी संस्थान है जो 1997 में स्थापित हुआ था। स्कूल ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है और इसमें कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा प्रदान की जाती है।
शिक्षा का माध्यम:
सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षा का माध्यम ओडिया भाषा है। स्कूल में 5 पुरुष शिक्षक और 8 महिला शिक्षक हैं, जिनमें से 2 प्री-प्राइमरी शिक्षक हैं। स्कूल में कुल 13 शिक्षक हैं और एक प्रधानाचार्य, श्री सारोज कुमार साहू, हैं।
विद्यालय की सुविधाएँ:
स्कूल में 10 कक्षाएँ, 1 लड़कों के लिए शौचालय और 1 लड़कियों के लिए शौचालय हैं। विद्यालय में बिजली की सुविधा है, लेकिन कोई बाउंड्री वॉल नहीं है। स्कूल में एक पुस्तकालय भी है जिसमें 125 किताबें हैं, और एक खेल का मैदान भी है। विद्यार्थियों को पेयजल की सुविधा हैंडपंप के माध्यम से उपलब्ध है।
अकादमिक प्रणाली:
सरस्वती शिशु मंदिर एक सह-शिक्षा स्कूल है जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षा प्रदान करता है। स्कूल में प्री-प्राइमरी सेक्शन भी है। कक्षा 10 के लिए बोर्ड "अन्य" है।
कंप्यूटर और डिजिटल लर्निंग:
स्कूल में 1 कंप्यूटर है, लेकिन इसमें कंप्यूटर-सहायित शिक्षा की सुविधा नहीं है।
प्रबंधन:
सरस्वती शिशु मंदिर एक निजी, असहाय संस्थान है। विद्यालय में नामांकित बच्चों को भोजन की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती है।
सारांश:
सरस्वती शिशु मंदिर, खेंतालो शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है जो ग्रामीण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में सहायक है। स्कूल में विभिन्न सुविधाएं और एक अनुभवी शिक्षक दल है जो विद्यार्थियों को एक बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते हैं।
यह लेख AI द्वारा उपलब्ध डेटा का उपयोग करके उत्पन्न किया गया है। स्कूल की जानकारी की सटीकता और पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए, आधिकारिक स्रोतों से सत्यापन करना या सीधे संबंधित संस्थान से संपर्क करना अनुशंसित है।
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