PRATHAMIC VIDHYALAYA
अंतिम अपडेट: 11 अक्टूबर 2024प्रथमिक विद्यालय: एक सरकारी स्कूल का प्रोफाइल
प्रथमिक विद्यालय, जो उत्तर प्रदेश राज्य के जिला मैनपुरी के तहसील भोगांव में स्थित है, एक सरकारी स्कूल है जो 1982 में स्थापित हुआ था। इस स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाती है और यह सहशिक्षा प्रदान करने वाला स्कूल है। प्रथमिक विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है और यह एक सरकारी स्कूल होने के कारण, शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित होता है।
स्कूल में शिक्षा का माध्यम हिंदी है और यहाँ 2 शिक्षक कार्यरत हैं जिसमें एक पुरुष और एक महिला शिक्षक शामिल हैं। स्कूल के प्रधान शिक्षक श्री उमेश चंद्र हैं। छात्रों को स्कूल परिसर में ही भोजन उपलब्ध कराया जाता है और यहाँ एक पुस्तकालय भी है, जिसमें 105 किताबें मौजूद हैं।
स्कूल में 3 कक्षा कमरे, 1 लड़कों के लिए शौचालय और 1 लड़कियों के लिए शौचालय है। स्कूल में कंप्यूटर सहायक शिक्षण उपलब्ध नहीं है, लेकिन यहाँ बिजली की सुविधा उपलब्ध है। स्कूल की दीवारें पक्की हैं और यहाँ खेल का मैदान भी है। विकलांग छात्रों के लिए रैंप भी उपलब्ध है।
स्कूल में पीने के पानी की सुविधा हैंडपंप के माध्यम से उपलब्ध है। यद्यपि यहाँ प्री-प्राइमरी कक्षाएं उपलब्ध नहीं हैं, स्कूल में 10वीं कक्षा के लिए बोर्ड के रूप में "अन्य" विकल्प उपलब्ध है। इसके अलावा, 12वीं कक्षा के लिए भी "अन्य" विकल्प उपलब्ध है। स्कूल आवासीय नहीं है।
प्रथमिक विद्यालय: एक महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान
प्रथमिक विद्यालय एक महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान है जो ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्कूल में विभिन्न सुविधाओं और संसाधनों की उपलब्धता यह सुनिश्चित करती है कि छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
स्कूल में अच्छे शिक्षकों की उपस्थिति, पुस्तकालय की सुविधा और शिक्षण सहायक उपकरणों का उपयोग छात्रों के समग्र विकास में योगदान देते हैं। भोजन और पानी की सुविधा से छात्रों के शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता है जबकि खेल का मैदान उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय रहने का अवसर प्रदान करता है।
प्रथमिक विद्यालय: एक सफलता की कहानी
प्रथमिक विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए शिक्षा का प्रवेश द्वार है। इस स्कूल की सफलता से ग्रामीण क्षेत्र में साक्षरता दर में वृद्धि होती है और यह क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देता है। स्कूल की उन्नति और सफलता शिक्षकों के समर्पण, अभिभावकों के सहयोग और समुदाय के सक्रिय सहयोग का परिणाम है।
स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, संसाधनों का विस्तार और छात्रों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए और प्रयास करने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर बच्चे को शिक्षा का अवसर मिले, प्रथमिक विद्यालय अपनी भूमिका निभाता रहेगा और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता रहेगा।
यह लेख AI द्वारा उपलब्ध डेटा का उपयोग करके उत्पन्न किया गया है। स्कूल की जानकारी की सटीकता और पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए, आधिकारिक स्रोतों से सत्यापन करना या सीधे संबंधित संस्थान से संपर्क करना अनुशंसित है।
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